पारद संस्कार :
” शोधनं दोषहरणं संस्कारञ्च बलतेजसोअभिवर्धनम्। “ पारद का शोधन करने से पारद दोष मुक्त हो जाता है और पारद संस्कार से दोषो की निवृत्ति के साथ साथ उसमे विशिष्ट गुणोंं की उत्पत्ति और बल और तेज की वृद्धि भी होती है। रसायन कर्म के लिए पारद संस्कार कराने के बाद…